तुम प्रिये सकुशल जाना।
आज मुझसे लौट रही हो तुम प्रिये सकुशल जाना। चित विचलीत है क्यू तुम्हारा अपना चांद अभी बाकी है जो खत तुमको भेजे नहीं थे वो खत …
आज मुझसे लौट रही हो तुम प्रिये सकुशल जाना। चित विचलीत है क्यू तुम्हारा अपना चांद अभी बाकी है जो खत तुमको भेजे नहीं थे वो खत …